हल्द्वानी (उधमसिंह नगर): हल्द्वानी के हल्दूचौड़ क्षेत्र से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। सोमवार देर शाम जहरीला पदार्थ खाने से एक महिला की मौत...
हल्द्वानी (उधमसिंह नगर): हल्द्वानी के हल्दूचौड़ क्षेत्र से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। सोमवार देर शाम जहरीला पदार्थ खाने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि उसका पति गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। पति-पत्नी के इस दुखद प्रसंग से पूरा इलाका गमगीन है।
घटना का सिलसिला – क्या हुआ उस रात?
जानकारी के अनुसार, हल्दूचौड़ के दौलिया प्रोग्रेस विहार कॉलोनी में रहने वाले पूर्व ग्राम प्रधान प्रकाश भट्ट (48) और उनकी पत्नी उमा भट्ट (43) के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। विवाद बढ़ने पर उमा ने कथित तौर पर घास सुखाने में प्रयोग होने वाला रासायनिक पदार्थ पी लिया।
जब तक प्रकाश कुछ समझ पाते, उन्होंने भी वही जहरीला पदार्थ पी लिया और पत्नी को आनन-फानन में डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल, हल्द्वानी लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने जांच के बाद उमा को मृत घोषित कर दिया, जबकि प्रकाश की हालत अब भी नाजुक बताई जा रही है।
घर में मातम, श्मशान घाट पर नम आंखें पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार को उमा का शव घर लाया गया। परिजन और मोहल्ले के लोग उसे देखकर फफक पड़े। दोपहर को रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह जोड़ा समाज में बेहद मिलनसार और खुशमिजाज था। किसी को अंदाजा नहीं था कि उनके बीच कुछ ऐसा घटेगा जो परिवार और समाज को झकझोर देगा।
अस्पताल से मिली जानकारी – अब भी खतरे से बाहर नहीं
डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल के चिकित्सकों के अनुसार, प्रकाश भट्ट की हालत अब भी गंभीर है। उन्हें आईसीयू में रखा गया है और इलाज जारी है। डॉक्टरों ने बताया कि शरीर में जहरीले रसायन के असर को कम करने के लिए निरंतर उपचार चल रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
मोहल्ले में सन्नाटा, लोग बोले – यकीन नहीं हो रहा
मोहल्ले के लोगों ने बताया कि प्रकाश और उमा पिछले कई वर्षों से इसी इलाके में रह रहे थे और पास में ही एक छोटा रेस्टोरेंट चलाते थे।
“दोनों हमेशा मुस्कुराते रहते थे, कभी झगड़े जैसी बात सुनने को नहीं मिली,” एक पड़ोसी ने बताया।
घटना के बाद से कॉलोनी में सन्नाटा पसरा है और लोग चर्चा कर रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि मामला इतना बढ़ गया।
प्रशासन और पुलिस की भूमिका
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
फिलहाल, घटना के कारणों पर स्पष्ट बयान नहीं दिया गया है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल ध्यान पति की जान बचाने पर है, जिसके बाद बयान लेकर आगे की जांच की जाएगी।
पृष्ठभूमि: जहरीले रसायनों से बढ़ती आत्महत्याएं
विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों में कीटनाशक या कृषि रसायनों से आत्महत्या के मामले बढ़ रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, आत्महत्या के कई मामलों में कीटनाशक या जहरीले पदार्थों का प्रयोग होता है। विशेषज्ञ इस बात पर जोर देते हैं कि ऐसे रसायनों की बिक्री और भंडारण को लेकर सख्त नियमों की जरूरत है।
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि मानसिक तनाव, आर्थिक दबाव और पारिवारिक विवाद जैसी परिस्थितियों में लोग अक्सर तात्कालिक गुस्से या निराशा में आत्मघाती कदम उठा लेते हैं।
अभी कई सवाल बाकी
क्या यह घटना आत्महत्या का प्रयास था या कोई दुर्घटना?
जहरीले पदार्थ का स्रोत क्या था?
क्या पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है या मजिस्ट्रेट जांच की जाएगी?
क्या इलाके में इस तरह के रसायनों की बिक्री पर निगरानी रखी जा रही है?
इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में मिलेंगे, जिससे पूरी सच्चाई सामने आ सकेगी।
समाप्ति: समाज के लिए सीख
हल्द्वानी की यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि समाज के लिए चेतावनी है। मानसिक तनाव, पारिवारिक झगड़े या निराशा के क्षणों में आत्मघाती कदम समस्या का हल नहीं हैं। जरूरत है संवाद, सहयोग और जागरूकता की — ताकि कोई और घर इस तरह के दर्दनाक हादसे का शिकार न बने।
संपादकीय टिप्पणी:
इस खबर को प्रकाशित करते समय मृतका और घायल के परिजनों की भावनाओं का सम्मान रखते हुए किसी भी प्रकार की सनसनी से बचा गया है। हमारा उद्देश्य केवल सच्ची और संवेदनशील जानकारी पाठकों तक पहुंचाना है।