देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में एक बार फिर सड़क हादसे ने जनमानस को झकझोर दिया है। सोमवार सुबह हुए इस हादसे में एक कार गहरी खाई में...
देहरादून। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में एक बार फिर सड़क हादसे ने जनमानस को झकझोर दिया है। सोमवार सुबह हुए इस हादसे में एक कार गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पांच यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
हादसे का विवरण
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हादसा पहाड़ी मार्ग पर तेज मोड़ के पास हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वाहन असंतुलित होकर सीधे खाई में जा गिरा।
एसडीएम ने जानकारी देते हुए कहा, “वाहन में कुल छह लोग सवार थे। दुर्घटना में चालक की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य पांच घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया है।”
स्थानीय लोगों की मदद और राहत कार्य
हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। ग्रामीणों की मदद से पुलिस और प्रशासन ने घायलों को बाहर निकाला। पहाड़ी रास्तों और खराब नेटवर्क की वजह से राहत कार्य में चुनौतियां आईं, लेकिन सामूहिक प्रयास से स्थिति संभाली गई।
एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हादसा इतना भीषण था कि कार के परखच्चे उड़ गए। हम सभी ने मिलकर घायलों को बाहर निकाला और एंबुलेंस बुलवाई।”
सड़क हादसों का सिलसिला
उत्तराखंड के पहाड़ी रास्ते अक्सर हादसों का गवाह बनते हैं। तीखे मोड़, खराब सड़कें और वाहन चालकों की लापरवाही इन दुर्घटनाओं के बड़े कारण माने जाते हैं। सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि समय-समय पर ड्राइवरों को प्रशिक्षण, वाहनों की तकनीकी जांच और सड़कों पर सुरक्षा प्रबंधन को सख्ती से लागू करना जरूरी है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
जिला प्रशासन ने हादसे पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। अधिकारियों ने कहा है कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।
एसएसपी ने बताया, “पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हादसे हो रहे हैं। वाहन चालकों से अपील है कि वे सतर्कता बरतें और गति सीमा का पालन करें। प्रशासन भी सड़क सुरक्षा पर विशेष ध्यान दे रहा है।”
निष्कर्ष
यह हादसा एक बार फिर इस गंभीर सवाल को उठाता है कि उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य में सड़क सुरक्षा को लेकर अब तक ठोस कदम क्यों नहीं उठाए जा सके हैं। पहाड़ों पर यात्रा करने वाले यात्रियों को जहां अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए, वहीं सरकार और प्रशासन को भी सड़क सुधार, सुरक्षा उपाय और जागरूकता पर जोर देना होगा।
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