देहरादून, उत्तराखंड – उत्तराखंड सरकार ने राज्य में आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों के लिए एक नई पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तह...
देहरादून, उत्तराखंड – उत्तराखंड सरकार ने राज्य में आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों के लिए एक नई पहल शुरू करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत “युवा आपदा सेना” का गठन किया जाएगा, जो प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम अक्टूबर से शुरू होगा।
युवाओं को तैयार करने की पहल
युवा आपदा सेना का उद्देश्य युवाओं को आपदा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना है। इसमें बाढ़, भूस्खलन, भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान प्राथमिक बचाव और राहत कार्यों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
माहिरों के अनुसार, इस प्रशिक्षण से न केवल युवाओं का आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि आपदा के समय उन्हें कुशलतापूर्वक काम करने की क्षमता भी मिलेगी।
प्रशिक्षण का ढांचा
प्रशिक्षण में निम्नलिखित प्रमुख घटक शामिल होंगे:
आपदा जागरूकता: संभावित जोखिम और आपदा की प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को समझना।
राहत और बचाव: घायल व्यक्तियों को प्राथमिक चिकित्सा देना, सुरक्षित स्थान पर ले जाना।
सामाजिक समन्वय: स्थानीय प्रशासन, पुलिस और एनजीओ के साथ तालमेल।
सुरक्षा उपाय: आपदा के दौरान स्वयं और दूसरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम चाहते हैं कि युवा केवल दर्शक न बने, बल्कि आपदा के समय मददगार बनें। प्रशिक्षण उन्हें वास्तविक परिस्थितियों में निर्णय लेने और प्रतिक्रिया देने में सक्षम बनाएगा।”
युवाओं और समाज पर असर
योजना के माध्यम से उत्तराखंड के युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी की भावना भी बढ़ेगी। इसके अलावा, यह कार्यक्रम ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में आपदा से निपटने की क्षमता को मजबूत करेगा।
स्थानीय युवा राजेश कुमार ने कहा, “मैं इस प्रशिक्षण में भाग लेना चाहता हूँ। इससे हमें न केवल खुद को तैयार करने का मौका मिलेगा, बल्कि हम अपने समाज की मदद भी कर पाएंगे।”
निष्कर्ष
उत्तराखंड में युवा आपदा सेना की स्थापना एक समय पर विचारशील कदम है। राज्य के पहाड़ी और आपदा-प्रवण क्षेत्रों में यह पहल सुरक्षा और तैयारी की दिशा में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है। जैसे-जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा, उम्मीद की जा रही है कि युवा इस पहल का हिस्सा बनकर आपदाओं के समय देश और समाज की सेवा करेंगे।