देहरादून, 12 अक्टूबर 2025 उत्तराखंड के पंतनगर एयरपोर्ट को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा विस्तार की मंजूरी मिल गई है। इस फैस...
देहरादून, 12 अक्टूबर 2025 उत्तराखंड के पंतनगर एयरपोर्ट को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) द्वारा विस्तार की मंजूरी मिल गई है। इस फैसले से अब यहां से बड़े यात्री विमान जैसे बोइंग और एयरबस की उड़ानें संभव हो सकेंगी, जिससे राज्य की कनेक्टिविटी और पर्यटन को नया आयाम मिलेगा।
विस्तार की योजना और मंजूरी
पंतनगर में प्रस्तावित नए ग्रीनफील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के लिए लगभग 1100 एकड़ भूमि का चयन किया गया है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा की गई प्री-फिजीबिलिटी सर्वे रिपोर्ट में इस भूमि को तकनीकी रूप से उपयुक्त पाया गया है। इस हवाई अड्डे के निर्माण से राज्य के पर्यटन, व्यापार और कृषि क्षेत्रों को भी लाभ होगा, क्योंकि यह क्षेत्रीय हवाई यातायात की आवश्यकताओं को 50 वर्षों तक पूरा करेगा।
पंतनगर एयरपोर्ट का महत्व
पंतनगर एयरपोर्ट की भौगोलिक स्थिति और कुमाऊं मंडल के प्रमुख पर्यटन स्थलों के समीपता के कारण यह हवाई अड्डा यात्रियों के लिए अत्यंत उपयोगी है। वर्तमान में यहां से छोटे विमानों की उड़ानें संचालित हो रही हैं, लेकिन नए हवाई अड्डे के निर्माण के बाद बड़े विमानों की उड़ानें भी संभव होंगी, जिससे राज्य की कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
भविष्य की योजनाएं
राज्य सरकार ने पंतनगर एयरपोर्ट के विस्तार के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने की योजना बनाई है। इसके तहत गौचर, हल्द्वानी, नैनीताल, अल्मोड़ा, नई टिहरी, श्रीनगर, मसूरी, जोशीमठ, धारचूला, हरिद्वार और जोशीमठ में हेलीपोर्ट्स का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा, पिथौरागढ़-हिंडन (गाजियाबाद) उड़ान सेवा की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
निष्कर्ष
पंतनगर एयरपोर्ट का विस्तार उत्तराखंड के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो राज्य की कनेक्टिविटी, पर्यटन और आर्थिक विकास में सहायक सिद्ध होगा। इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन से राज्य के दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी बेहतर हवाई सेवाएं उपलब्ध होंगी, जिससे उनकी यात्रा सुगम और सस्ती होगी।